सबसे पहेले हम भोजन इसलिए करते है क्योंकि उससे हमारे शरीर को कार्य करने की ऊर्जा मिलती है । भोजन हमारे जीवन की सबसे आवश्यक जरुरतों में से एक है । भोजन ही हमारे शरीर को जीने की शक्ति प्रदान करता है ।
अब भोजन करने के बाद महत्व की जो बात है वोह यह की आप ने जो भोजन किया है उसका ठीक तरीके से पाचन हो और उससे सात धातु (रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, शुक्र ) आप के शरीर में निर्माण हो और बाकी बचे तत्व मल विसर्जन होकर बाहर निकल जाये जिससे आप तंदुरस्त जीवन जी सको.
=>खड़े होकर या डायनिंग टेबल पर खाना क्यों नहीं खाना चाहिए ?
*जब आप खड़े होते है या कुर्सी पर बैठते है तब आपकी आंत (Intestine) सिकोड़ (Compress) जाती है और मन की व्याकुलता (distraction) बढ़ जाती है । जिससे भोजन ठीक से नहीं पच पाता है फिर इसीके कारण कब्ज (constipation), अम्लता (Acidity) होता है जो हजारो रोगो का मूल है ।
* पुरे शरीर में रक्त संचार (Blood circulation) सही तरीके से नहीं होता ।
=>सुखासन ही में बैठकर क्यों खाना चाहिए ?
*सुखासन करने से चित्त (Mind) शांत होता है ।
*चित्त एकाग्र (concentrated) होता ।
*सुखासन से पैरों का रक्त संचार कम होकर अतिरिक्त रक्त अन्य अंगों की ओर संचारित होने लगता है जिससे उनमें क्रियाशीलता बढ़ती है , पाचन शक्ति मजबूत होती है और भोजन के सारे महत्व तत्व आसानी से ग्रहण हो जाते है । शरीर अधिक ऊर्जावान हो जाता है ।
*मानसिक तनाव कम होता है और मन में सकारात्मक विचारों का प्रभाव बढ़ता है ।
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* पुरे शरीर में रक्त संचार (Blood circulation) सही तरीके से नहीं होता ।
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*सुखासन करने से चित्त (Mind) शांत होता है ।
*चित्त एकाग्र (concentrated) होता ।
*सुखासन से पैरों का रक्त संचार कम होकर अतिरिक्त रक्त अन्य अंगों की ओर संचारित होने लगता है जिससे उनमें क्रियाशीलता बढ़ती है , पाचन शक्ति मजबूत होती है और भोजन के सारे महत्व तत्व आसानी से ग्रहण हो जाते है । शरीर अधिक ऊर्जावान हो जाता है ।
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